भ्रष्टाचार एक ऐसी बीमारी ,
घेर ली है जिसने दुनिया सारी।
भ्रष्टाचार करने वाला है भ्रष्टाचारी ,
तो भ्रष्ट आचरण सहने वाला भी है भ्रष्टाचारी।
भ्रष्टाचार की एक ऐसी कहानी ,
आज सुनाऊँ मैं अपनी जुबानी।
एक आदमी ऐसा था जिसके जीवन में सब कुछ था ,
नाम , शौहरत सब था जिसे वह चाहता था।
मगर लोभ ने ऐसी लात मारी ,
जिंदगी हो गयी अनजानी सी सारी।
एक दिन की बात है, कर रहा था वह सरकारी काम ,
आयी एक सूचना ऐसी जिसमे था मुश्किल का नाम।
मुश्किल को दूर करने के लिए माँगी उसने घूस ,
पकड़ा गया घूस लेते, पड़े उसके लाते -भूस।
गया पद से , गया नाम से ,
काम किया ऐसा अज़ब सी शान से।
लोभ है एक ऐसी बला ,
जिससे नहीं होता किसी का भला।
मत करो लालच , मत करो लोभ ,
जितना है उसमे रहो , रखो ऐसी सोच।
ले हम सब प्रण ऐसा ,
न करे भ्रष्टाचार उसके जैसा।
जीवन में एक बात न भूलना ,
थोड़ा है बस थोड़े की ज़रुरत में ही रहना।
👍
ReplyDeleteThanks.. keep liking
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