Wednesday, August 8, 2018

यादें

जीवन के वो पल कहाँ गए ,
जो खो गए किसी दरिया में। 
ये बेहतरीन लम्हें ज़िन्दगी के ,
चले गए किसी नई दुनिया में। 

इन पलों में आँसु थे ,
इन पलों में मोती।
इन पलों में ख़ुशियाँ थी ,
जीवन की एक ज्योति। 

बन गए ये क्षण भूले - बिसरे ,
जो जीवन से पुरे खिसके। 
इन लम्हों को याद करुँ ,
इनकी कमी में उदास रहूँ। 

बचपन की वो यादें जब भी याद करुँ ,
आँखों में नमी दिल में फ़रियाद करुँ। 
इधर - उधर जाना, कुछ न कुछ करना ,
जब चाहे जहाँ , वहाँ हो जाए रवाना। 

किसी का प्यार, किसी की तकरार 
किसी का झगड़ा घर पर पंगा। 
बड़े हुए सब भूल गए ,
अकेले दुनिया मे रह गए। 

याद आते है मुझे वो हसीन लम्हें ,
जिनसे जुड़े मेरे जीवन के पन्नें। 
वो लोग , वो पल , वो बातें 
जो मुझे अब भी याद आते। 

यादें बड़ी निर्दयी है ,
सबको बहुत रुलाती है। 
एक आद ज़रूर हँसाती है ,
वरना बाकी सब रुसवाती है। 

आगे से कुछ ऐसा हो जाए ,
ये मेरी क़ैदी बन जाए। 
रहे मेरे पास वे पल ,
जो बीत गए पुराने कल।

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