दोनों मिले जब बिजली कड़की।
बिजली ने दोनों को मिलाया ,
हवा में फिर प्यार छाया।
अनजानी राहों से जानी राहों तक,
सफर उन्होंने एक निभाया।
शुरू - शुरू में मिलते थे ,
दोनों मिलकर झगड़ते थे।
धीरे - धीरे मुलाकाते हुई,
प्यार की बारिश की बौछारें हुई।
नफरत से जो शुरू हुआ था रिश्ता ये उनका ,
अब प्यार की कसौटी पर खरा है उतरा।
प्रेम ऐसा ही भाव है ,
जिसका नदी समान बहाव है।
प्यार की नज़रों में सब समान है ,
प्यार में पागल सब महान है।
लैला - मजनूं , सोनी - महिवाल प्यार में दीवाने थे ,
ढोला - मारु , हीर - राँझा इनके भी फसाने थे।
लड़के ने आगे बात बढ़ाई।
आँखों को उसकी आँखों से मिलायी।
लड़का बोला फिर लड़की से ,
बात तू सुनना अब ढंग से।
प्यार की गलियों में तुझे पाया है ,
धड़कन में मेरी मैंने तुझे बसाया है।
सांसो में मेरी तेरा नाम लिखा है ,
किस्मत को मेरी तेरे नाम किया है।
रब से है बस यही फ़रियाद ,
पोते - पोती की शादी तक रहे अपना साथ।
Haha mst h
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