कहते है भगवान ने हर किसी के लिए किसी को बनाया है ,
शायद इसी कारण उसने हमे उस दिन मंदिर में मिलाया है।
टूरिस्ट तुम थी पर गाइड मैं था ,
क्वेश्चन तुम्हारा था पर फर्स्ट क्रश मेरा था।
आजकल फेसबुक का बड़ा सहारा है ,
कई प्रेम कहानियों की कश्ती का ये किनारा है।
स्लोली -स्लोली चुपके -चुपके चैटिंग होना शुरू हुई ,
टूरिस्ट-गाइड से क्लोज फ्रेंड बनने की कहानी बुनना शुरू हुई।
रिश्ता ऐसा बढ़ता गया ,
शादी का सपना संजोया गया।
लेकिन वो लव स्टोरी का जिसमे ट्रायंगल न हो ,
और वो परिवार क्या जिसमे दीदी का देवर न हो।
घरवालों ने जब दीवाने देवर से रिश्ता तुम्हारा तय किया ,
मेरे दिल की धड़कनों ने धड़कना ने ज़रा कम किया।
भगवान् को भी शायद ज़रा तरस आया होगा ,
इसी कारण उसने दीवाने देवर का पर्दाफ़ाश करा होगा।
रिश्ता टूटा जल्दी से ,
उम्मीदे बड़ी फुर्ती से।
मगर भगवान् ने कुछ और ही चाहा था ,
इसी कारण उसे बीच राह में बुलाया था।
कैसा तू निष्ठुर है ?
प्रेम कहानी का दुश्मन है ।
जिस अग्नि के साथ फेरे लेना हम चाहते थे ,
उसी अग्नि से तूने उसे जिन्दा जिन्दा जलाया था।
वो चली गई बस चली गई ,
अकेले मुझे इस दुनिया में छोड़ गई।
बस उसकी वो बाते है और वो मुलाकातें है ,
कुछ पुरानी निशानियाँ और वो हसीन राते है।
अगले जन्म में फिर मिलेंगे ,
प्यार की नई कहानी बुनेगें।
दुनियाँवाले देखते रह जायेंगे ,
ये दिलवाले तो अपनी दुल्हनिया ले जायेंगे।
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